Republic day parade : देश के 75वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान कर्तव्यपथ पर 26 झांकियों को प्रदर्शित किया। इनमें से कई झांकियों ने सभी का दिल जीत लिया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की झांकी ने युवाओं को खासा प्रभावित किया तो संस्कृति मंत्रालय की झांकी ने महिलाओं का मन मोह लिया।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कर्तव्य पथ पर निकाली गई प्रत्येक झांकी एक से बढ़कर एक थी लेकिन अनंत सूत्र नाम की एक विशेष प्रदर्शनी ने प्रत्येक महिला का मन मोह लिया। इस झांकी में देश के हर कोने की कुल 1,900 साड़ियां प्रदर्शित की गई।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार अनंत सूत्र साड़ी के प्रति सम्मान को समर्पित है। ये साड़ी फैशन जगत को भारत का शानदार उपहार है।
कर्तव्य पथ पर लगभग 1,900 साड़ियां लकड़ी के फ्रेम में ऊंचाई पर लगाई गई थीं। इसमें क्यूआर कोड भी दर्शाए गए थे जिन्हें स्कैन करके बुनाई और कढ़ाई के बारे में जानकारी एकत्र की जा सकती थी।
ये प्रदर्शनी बुनकरों और कलाकारों की कला को प्रदर्शित करने के लिए लगाई गई थी। इसमें एक साड़ी 150 वर्ष पुरानी थी।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की झांकी में AI : गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की झांकी में सामाजिक सशक्तीकरण को आगे बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग को दर्शाया गया।
झांकी के अगले हिस्से में एक 'फीमेल रोबोट' को सोचने की मुद्रा में दिखाया गया। इसके साथ एक चिप का 3डी स्केल मॉडल दर्शाया गया। एलईडी लाइटों के साथ किनारों पर सर्किट डिजाइन ने उस ऊर्जा को प्रदर्शित किया जिसके साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता भारत को विकास की ओर ले जाती है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता पारंपरिक विकास बाधाओं को दूर करने और भारत में बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को उत्प्रेरित करने में सक्षम है।
झांकी में चिकित्सा सर्जरी में एआई के उपयोग को भी दर्शाने का प्रयास किया गया। झांकी के पिछले हिस्से में शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका को दर्शाया गया है, जबकि निचले हिस्से में मवेशियों के स्वास्थ्य की निगरानी और दृष्टिबाधित व्यक्तियों की मदद करने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के इस्तेमाल को दर्शाया गया।
CPWD की झांकी : गणतंत्र दिवस परेड में शुक्रवार को रंग-बिरंगे फूलों से सजी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकी में कर्तव्य पथ, नए संसद भवन और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के मॉडल के साथ आधुनिक, आत्मनिर्भर और विकसित भारत की झलक देखने को मिली।
क्यों खास थी विदेश मंत्रालय की झांकी : गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में शुक्रवार को विदेश मंत्रालय की कई उपलब्धियों को दर्शाया गया जिनमें जी20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी और इस शक्तिशाली समूह की अध्यक्षता के दौरान भारत की कामयाबियां प्रमुख रूप से शामिल रहीं।
विदेश मंत्रालय की झांकी में वैश्विक मुद्दों का महत्वाकांक्षी, निर्णायक, समावेशी और कार्रवाई उन्मुख तरीके से समाधान करने की दिशा में भारत के नेतृत्व को दर्शाया गया। इसमें पिछले वर्ष भारत की जी20 अध्यक्षता के सफल समापन और उसकी उपलब्धियों को भी दर्शाया गया है। झांकी के सामने वाले हिस्से में नालंदा महाविहार को दर्शाया गया, जिसके ऊपर G20 का लोगो लगा हुआ था।