मुंबई। वित्त वर्ष 2018-19 कर द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं : रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर को 6 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
रिवर्स रेपो दर 5.75 प्रतिशत पर कायम।
बैंक दर 6.25 पर यथावत।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के लिए मुद्रास्फीति अनुमान को संशोधित कर 4.7 से 5.1 प्रतिशत किया गया। दूसरी छमाही में इसके 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान।
कच्चे तेल के दाम में हाल के उतार-चढ़ाव से मुद्रास्फीति के निकट भविष्य परिदृश्य को लेकर अनिश्चतता।
राज्यों के स्तर पर राजकोषीय चूक से मुद्रास्फीति को जोखिम।
जीडीपी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2017-18 के 6.6 प्रतिशत के अनुमान से 2018-19 में बेहतर रहेगी और इसके 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान।
वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में वृद्धि दर 7.3 से 7.4 प्रतिशत तथा दूसरी छमाही में 7.3 से 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान।
निवेश गतिविधियों में तेजी के साफ संकेत।
वैश्विक मांग में सुधार से निर्यात को मिलेगी गति।
छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 5 और 6 जून को। (भाषा)