Risk of cardiovascular diseases : एशिया, यूरोप और अफ्रीका के देशों में हृदय संबंधी बीमारियों (cardiovascular diseases) के कारण मौत का खतरा सबसे अधिक होने का अनुमान है और उच्च रक्तचाप (high blood pressure), बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल (cholesterol), आहार संबंधी जोखिम और वायु प्रदूषण (air pollution) इसके मुख्य कारणों में शामिल हैं। एक अध्ययन में यह बताया गया है।
हृदय रोग से मौत के मामले बढ़े : अनुसंधानकर्ताओं ने 21 क्षेत्रों के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद पाया कि हृदय रोगों के कारण वैश्विक स्तर पर मौत के मामले 1990 में 1 करोड़ 24 लाख से बढ़कर 2022 में 1 करोड़ 98 लाख हो गए, जो इस प्रकार की बीमारियों की उच्च दर को दर्शाता है।
इन अनुसंधानकर्ताओं में 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ' और अमेरिका स्थित वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के 'इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन' (आईएचएमई) के अनुसंधानकर्ता शामिल थे। उन्होंने कहा कि यह संख्या वैश्विक जनसंख्या वृद्धि और उम्र बढ़ने तथा रोके जा सकने वाले चयापचय, पर्यावरण एवं व्यवहार संबंधी जोखिमों के योगदान को भी दर्शाती हैं।
अमेरिका स्थित 'नेशनल हार्ट, लंग और ब्लड इंस्टीट्यूट' (एनएचएलबीआई) के निदेशक और अध्ययन के लेखक जॉर्ज ए. मेन्सा ने कहा कि यह अध्ययन स्थानीय रूप से प्रासंगिक डेटा का उपयोग करके हृदय को स्वस्थ रखने के लिए स्थानीय स्तर पर उठाए जा सकने वाले कदमों की जानकारी देने की खातिर एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
अनुसंधानकर्ताओं ने यह भी कहा कि प्रति 1,00,000 लोगों पर उच्च रक्तचाप के कारण सबसे अधिक मृत्यु दर मध्य एशिया, पूर्वी यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और पश्चिम एशिया के क्षेत्रों में पाई गई। इसके अलावा आहार संबंधी जोखिम के कारण हृदयरोग की दर सबसे अधिक मध्य एशिया, ओशिनिया और उत्तरी अफ्रीका एवं पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में पाई गई।(भाषा)