सद्‍गुरु जग्गी वासुदेव ने चलाया नदियों को पुनर्जीवित करने का राष्ट्रीय अभियान

बुधवार, 16 अगस्त 2017 (20:10 IST)
कोयंबटूर। यह कोई विरोध नहीं है। यह कोई आंदोलन नहीं है। यह हमारी सूखती नदियों के बारे में जागरूकता पैदा करने का जन अभियान है। हर कोई जो पानी को इस्तेमाल करता है, उसे नदी अभियान में शामिल होना चाहिए। 
 
ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने भारतीय नदियों को पुनर्जीवित करने की तत्काल आवश्यकता के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी जन अभियान शुरू करते समय यह बात कही। जन-जन को जागरूक करने के लिए सद्गुरु कन्याकुमारी से लेकर हिमालय तक खुद गाड़ी चलाते हुए 16 राज्यों से गुजरेंगे। इस अभियान में समाज के हर तबके को शामिल करने के लिए 21 बड़े कार्यक्रम और अनगिनत छोटे-मोटे कार्यक्रम होंगे, जो ऑनलाइन भी होंगे और ऑफ-लाइन भी।
 
अभियान के समर्थन के लिए 13 मुख्यमंत्री नदी अभियान के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इस रैली को केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री, माननीय डॉ. हर्षवर्धन 3 सितंबर को कोयंबटूर में झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। रैली का समापन 2 अक्टूबर को नई दिल्ली में राजनीति, नीति, व्यवसाय, फिल्म और खेल जगत की हस्तियों की मौजूदगी में होगा।
 
पर्यावरण विज्ञानियों और कानूनविदों की एक विशेषज्ञ समिति एक व्यापक नीति दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया में है। नीति के मसौदे में हमारी नदियों को पुनर्जीवित करने का एक बहुत आसान लेकिन प्रभावशाली उपाय सुझाया गया है- नदियों के दोनों ओर एक किलोमीटर की चौड़ाई में (और उपनदियों में आधे किलोमीटर तक) पेड़ लगाना। सरकारी जमीन पर जंगल के वृक्ष लगाए जा सकते हैं और कृषि भूमि पर पेड़ आधारित खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे यह पक्का होगा कि नम मिट्टी से नदियों को साल भर पानी मिलेगा और बाढ़, सूखा तथा मिट्टी के कटाव में भी कमी आएगी।
ईशा फाउंडेशन के परामर्श से मध्यप्रदेश सरकार ने अन्य चीजों के साथ जागरूकता पैदा करने और वृक्षारोपण के लिए एक जन आंदोलन शुरू किया है ताकि नर्मदा नदी में नई जान डाली जा सके। गोदावरी नदी के पुनर्जीवन और 50 करोड़ वृक्ष लगाने के लिए 1 जुलाई 2017 को ईशा फाउंडेशन ने महाराष्ट्र सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
 
नदी अभियान को लाखों लोगों से समर्थन मिलने की उम्मीद है, इसमें नदियों को पुनर्जीवित करने की एक व्यापक नीति को जन समर्थन के प्रतीक रूप में एक टॉल फ्री नंबर (80009 80009) पर मिस्ड कॉल देना है। युवाओं, पंचायत सदस्यों और ईशा फाउंडेशन के स्वयंसेवकों द्वारा प्रेरित एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
 
नदी अभियान को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें राजनीतिक दलों से लेकर समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। इस अभियान को 30 कारपोरेट कंपनियों के अलावा सीमा सुरक्षा बल, इफ्को, आईआरसीटीसी, कर्नाटक बैंक, रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, वर्ल्ड एक्वा फाउंडेशन, माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशंस, इंडिगो एयरलाइंस, डीएवी स्कूल्स, स्पिक मैके, एडुकॉम्प सॉल्यूशंस का समर्थन भी मिला है।
 
नदी अभियान की अहमियत को समझाते हुए, सद्गुरु ने कहा, ‘सिर्फ एक पीढ़ी में हमारी बारहमासी नदियां मौसमी हो गई हैं। कई छोटी नदियां पहले ही सूख चुकी हैं। अगर इस गंभीर स्थिति को पलटने के लिए हमने अभी कदम नहीं उठाया तो हम अगली पीढ़ी को संघर्ष और कमी की विरासत ही दे पाएंगे।’
 
जीवन के हर क्षेत्र की शख्सियत - तमाम राजनीतिक दलों के नेता, धार्मिक नेता, बॉलीवुड, कन्नड़, तेलुगू, तमिल फिल्म अभिनेता, क्रिकेटर और कारपोरेट प्रमुख, सभी ने ट्विटर पर नदी अभियान को समर्थन देने का वादा किया है।
 
अभिनेत्री जूही चावला ने 80009 80009 पर मिस्ड कॉल देने की अपील के साथ नदी अभियान का समर्थन देने का ट्वीट किया है। उनके अलावा, अनुपम खेर, ऋषि कपूर, मधु, दीया मिर्जा, मनोज वाजपेयी, राकेश ओमप्रकाश मेहरा, शेखर कपूर, तनीषा मुखर्जी, शंकर महादेवन, प्रसून जोशी, तनुजा, शिखर धवन, आनंद महिंद्रा, किरन मजूमदार शॉ, मिताली राज, एक्टर राधिका, और मास्टर शेफ संजीव कपूर ने भी समर्थन की बात कही है।
 
सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल ने नदी अभियान के बारे में स्कूली बच्चों से बात करते हुए सद्गुरु का एक वीडियो साझा किया है और कहा कि ‘इस वीडियो से मैं बहुत प्रभावित हुआ, जिसमें हमारी नदियों की अगले 20 सालों में दुर्दशा के बारे में जागरूकता लाने का प्रयास किया गया है।
 
कन्नड़ फिल्म अभिनेता-अभिनेत्रियां पुनीत राजकुमार, गणेश, तमिल अभिनेताओं विवेक, सुहासिनी मणिरत्नम, राधिका, पार्थिपन भी इस अभियान के समर्थन में आगे आए। बायोकॉन की सीएमडी किरन मजूमदार शॉ ने नदी अभियान के समर्थन में ट्वीट किया, ‘सद्गुरु द्वारा प्रेरित एक महान नागरिक आंदोलन।’ महिंद्रा ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने कहा, ‘हम आपके साथ हैं सद्गुरु। अब रिवर राफ्टिंग का नहीं, रिवर रैलीइंग का समय है।’
 
आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने सद्गुरु के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘हम इस मिशन में आपके साथ हैं।’ ऑल इंडिया इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी ने ट्विटर पर सद्गुरु के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए इस महान उद्देश्य के लिए अपना पूरा समर्थन देने की बात कही।
बाद में सद्गुरु ने ट्वीट किया कि ‘पानी का इस्तेमाल करने वाले हर किसी को नदी अभियान में जरूर शामिल होना चाहिए। चलिए मिलकर इसे संभव कर दिखाएं। एडुकॉम्प सॉल्यूशंस, डीएवी स्कूल्स, विद्या भारती स्कूल, कैमलिन और निकलेडिआन इंडिया की साझेदारी में भारत के लगभग 100,000 स्कूलों में भारत की नदियों को पुनर्जीवित करने की जरूरत और संभावित समाधानों पर रचनात्मक लेखन और कला प्रतियोगिता शुरू हुई है। 
 
इन सभी स्कूलों में असेंबली के समय नदी स्तुति, और उसके बाद सद्गुरु और वीरेंद्र सहवाग की एक अपील दिखाई जाएगी। शेखर कपूर, राकेश ओमप्रकाश मेहरा और प्रह्लाद कक्कड़ के सहयोग से नदी अभियान एक राष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म कॉम्पटीशन भी शुरू कर रहा है। 9 जुलाई को इस अभियान की शुरुआत में लगभग 6000 ईशा स्वयंसेवकों के साथ सद्गुरु भारत के मानचित्र के आकार में एक विशाल ह्यूमन फॉरमेशन में सामने आए।

वेबदुनिया पर पढ़ें