बिहार में RSS की ताकत बढ़ी

शनिवार, 10 अक्टूबर 2015 (15:50 IST)
पटना। बिहार में महागठबंधन और एनडीए के बीच राजनीतिक दंगल जारी है। चुनाव में दोनों में कांटे की टक्कर होने वाली है लेकिन इस बीच खबर यह है कि भारतीय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी ताकट में जबरदस्त इजाफा करके सभी को सकते में डाल दिया है। मना जा रहा है कि इस वर्ष आरएसएस की सदस्यता में 35 फीसदी का इजाफा हुआ है। 
संघ के आंक ड़े बताते हैं कि जुलाई से सितंबर तक उनके ऑनलाइन आवेदन में 35 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। संघ का मानना है कि लोकसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी के प्रचार और संघ की अपनी कोशिशों के कारण बिहार की जनता में संघ और भाजाप के लिए आकर्षण बढ़ा। संघ का उत्साह इस बात से भी बढ़ा है कि संघ की ट्रेनिंग में आने के लिए नए-नए लोग आवेदन कर रहे हैं।
 
संघ अनुसार, साल 2013 में संघ में 5 लाख लोग शामिल हुए, वहीं 2014 के चुनावी साल में 40 साल से कम आयु के करीब 6 लाख लोग संगठन से जुड़े. साल 2013 में 13-40 साल के करीब 80 हजार लोग संघ के ट्रनिंग कैंपों में शामिल हुए और 2014 में ये संखया 1.15 लाख तक जा पहुंची.
 
2014 के पहले 6 महीनों में बिहार में हर महीने औसत ऑनलाइन आवेदनों की संख्या 280 थी, लेकिन जुलाई से सितंबर के बीच यह बढ़कर 727 तक जा पहुंची। संघ में शामिल होने के लिए आवेदनों की संख्या 2012 में 1000 से बढ़कर 2014 में 7000 हो गई।
 
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने बताया कि बिहार में चुनाव की वजह से युवा संघ से जुड़ रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह ये है कि लोग धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले नेताओं की सियासत से तंग आ चुके हैं।

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