नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को पेगासस जासूसी मामले और किसानों के विषय सहित कई अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया जिसके कारण कार्यवाही शुरू होने के करीब 5 मिनट बाद 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज सोमवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के 79 वर्ष पूरे होने का उल्लेख किया और कहा कि यह भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक था।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 'करो या मरो' के नारे के साथ यह जन आंदोलन बन गया और अंग्रेजी दासता से मुक्त होने के लिए पूरा देश एकजुट हुआ। बिरला ने कहा कि हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं, जो अगले वर्ष तक चलेगा। उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर देश की सम्प्रभुता एवं अखंडता को बनाए रखने के लिए मिलकर काम करें। सदन ने कुछ पल मौन रहकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में टोकियो ओलंपिक में भाला फेंक श्रेणी में नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने का उल्लेख करते कहा कि इससे देश में उमंग का वातावरण है। उन्होंने कुश्ती में बजरंग पूनिया द्वारा कांस्य पदक जीतने का भी उल्लेख किया। बिरला ने अपनी और सदन की ओर से खिलाड़ियों को बधाई दी।
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने आसन के समीप आकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान सदन में एक प्रश्न लिया गया। लेकिन विपक्षी दलों का शोर-शराबा जारी रहा। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय होता है। आप (विपक्ष) प्रश्नकाल में जनता से जुड़े सवाल पूछें और सरकार की जवाबदेही तय करें। उन्होंने कहा कि वे जनता से जुड़े विषयों पर चर्चा कराना चाहते हैं लेकिन आप (विपक्ष) चर्चा को तैयार नहीं हैं, यह गलत है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 5 मिनट बाद 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।(भाषा)