Rupee Vs Dollar : डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ मजबूत, 22 पैसे चढ़कर 86.22 पर बंद

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 (23:16 IST)
Rupee and Dollar News : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 22 पैसे चढ़कर 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट से निवेशकों की धारणा को समर्थन मिला जिससे रुपए को मजबूती मिली। मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.31 पर मजबूती के साथ खुला। सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले 86.16 के उच्च तथा 86.36 के निचले स्तर पर पहुंचा। अंत में यह 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की बढ़त है। बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे की गिरावट के साथ 86.44 पर रहा था।
 
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कमजोर कीमतों ने भी रुपए को समर्थन दिया, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निरंतर निकासी ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला। कारोबारियों ने कहा कि आगामी केंद्रीय बजट बाजार की धारणा और रुपए की दिशा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.31 पर मजबूती के साथ खुला। सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले 86.16 के उच्च तथा 86.36 के निचले स्तर पर पहुंचा। अंत में यह 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की बढ़त है। बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नौ पैसे की गिरावट के साथ 86.44 पर रहा था।
 
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.44 पर रहा। एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक- जिंस एवं मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि इस सप्ताह रुपया मजबूत हुआ क्योंकि डॉलर सूचकांक में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई।
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उन्होंने कहा कि डॉलर में गिरावट 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद आई। चीन पर भारी शुल्क को लेकर चिंताएं कम हो गईं क्योंकि इस तरह के कठोर उपायों की घोषणा नहीं की गई। इससे वैश्विक बाजारों को राहत मिली और रुपए जैसी उभरती हुई बाजार मुद्राओं को समर्थन मिला।
 
त्रिवेदी ने कहा, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के रुख ने रुपए को मजबूती दी, जिससे आयात दबाव कम हुआ और घरेलू मुद्रा को समर्थन मिला। रुपया 85.80-86.50 के दायरे में रहने की संभावना है, जिसमें आगे की चाल वैश्विक संकेतों, कच्चे तेल की कीमतों के रुझान और भारत सरकार की ओर से किसी भी नए नीतिगत संकेत पर निर्भर करेगी।
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इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.56 प्रतिशत गिरकर 107.44 पर रहा। सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक अमित पबारी ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं और ट्रंप से जुड़े जोखिम कम होने के कारण डॉलर सूचकांक में यह तेजी बरकरार रहने की संभावना नहीं है। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.47 प्रतिशत चढ़कर 78.66 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
 
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 329.92 अंक टूटकर 76,190.46 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 113.15 अंक की गिरावट के साथ 23,092.20 अंक पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 2,758.49 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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