महिला के परिवारवालों का आरोप है कि अस्पताल ने महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद मजबूरी में साड़ी का घेरा बनाकर महिला की डिलीवरी करानी पड़ी। वीडियो वायरल होने के बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मामले की जांच के लिए एक टीम रवाना कर दी गई है। वहीं सफदरजंग अस्पताल के पांच डॉक्टरों को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
स्वास्थय मंत्रालय ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस के अनुसार गाजियाबाद की 30 वर्षीय महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अस्पताल की लापरवाही के चलते उसे परिसर में ही अपने बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके बाद पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच की। पुलिस ने बताया कि महिला और नवजात बच्ची का सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मामले पर सफाई देते हुए सफदरजंग अस्पताल की मीडिया प्रवक्ता ने कहा कि अस्पताल ने महिला की जांच और उसकी डिलीवरी करने से मना नहीं किया। जब महिला अस्पताल पहुंची तो उसकी जांच की गई। डॉक्टरों ने उसे एडमिट होने के लिए भी कहा। लेकिन, वह एडमिशन पेपर्स के साथ पुनः उपस्थित नहीं हुई।