बेंगलुरु। देश के 11 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के चुनिंदा पेट्रोल पंप पर सोमवार से 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण वाले पेट्रोल की खुदरा बिक्री शुरू हो गई है। उत्सर्जन में कमी के लिए जैव ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने तथा आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए सरकार पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने के काम को तेजी से आगे बढ़ा रही है।
अभी पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता है और सरकार का इरादा 2025 तक इस मात्रा को दोगुना करने का है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां भारत ऊर्जा सप्ताह-2023 में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिला पेट्रोल समय से 2 महीने पहले पेश किया। पहले 20 प्रतिशत एथेनॉल वाला पेट्रोल अप्रैल में लाने की योजना थी। मोदी ने कहा कि हमने पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण को 2014 के डेढ़ प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। अब हम 20 प्रतिशत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।
पहले चरण में 15 शहरों में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण वाला पेट्रोल उतारा जाएगा। अगले 2 साल में इसे पूरे देश में पेश किया जाएगा। पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने से देश को 53,894 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा की बचत होती है। किसानों को भी इसका लाभ मिलता है। ई-20 (20 प्रतिशत एथेनॉल वाला पेट्रोल) 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 3 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पेट्रोल पंप पर उपलब्ध है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत ने जून, 2022 के दौरान 5 महीने पहले ही पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य हासिल कर लिया था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हमने ई20 पेट्रोल उपलब्ध कराने की समयसीमा को पहले (वर्ष 2025) कर दिया है। पहले यह समयसीमा 2030 थी। उन्होंने बताया कि अब ई20 को पायलट आधार पर भी समय से पहले पेश कर दिया गया है।(भाषा)