संदेशखालि : 7 मार्च को बारासात में महिलाओं की रैली को संबोधित कर सकते हैं PM मोदी

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 18 फ़रवरी 2024 (23:27 IST)
Sandeshkhali incident : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा संदेशखालि में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर जारी राजनीतिक विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 मार्च को राज्य के बारासात में महिलाओं की रैली को संबोधित कर सकते हैं। 
 
भाजपा नेताओं के मुताबिक उत्तर 24-परगना जिले के मुख्यालय में निर्धारित रैली अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से एक दिन पहले होगी। इसी जिले में संदेशखालि स्थित है।
 
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 7 मार्च को महिलाओं की एक रैली को संबोधित करने के लिए बारासात का दौरा कर सकते हैं।
 
मजूमदार को पिछले सप्ताह घायल होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था, क्योंकि संदेशखालि जाने से रोके जाने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई थी।
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प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, पार्टी के अन्य नेताओं और पार्टी की एक केंद्रीय तथ्यान्वेषी टीम को पुलिस ने इलाके का दौरा करने से रोक दिया है।
 
संदेशखालि इलाके में बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाए जाने के कारण तनाव व्याप्त है।
 
शेख 5 जनवरी से फरार हैं, जब कथित राशन घोटाले के सिलसिले में उनके आवास पर छापेमारी के दौरान भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमला कर दिया था।
 
शेख के दो सहयोगियों के साथ अन्य लोगों पर सामूहिक बलात्कार और हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था।
ममता का आरोप- पटकथा भाजपा ने लिखी : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि संदेशखालि में ‘एक घटना कराई गई’ और उन्होंने भाजपा पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एवं मीडिया के साथ मिलकर इसकी पटकथा लिखने का आरोप लगाया।
 
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख बनर्जी ने यह भी कहा कि संदेशखालि में एक भी महिला ने प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है और उन्होंने ही पुलिस को इस संबंध में स्वत: संज्ञान लेने का निर्देश दिया था। 
 
हफ्ते भर से हो रहे हैं प्रदर्शन : टीएमसी नेताओं द्वारा महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और ज़मीनों पर कब्जा करने के आरोपों को लेकर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि क्षेत्र के गांवों में फरवरी के पहले हफ्ते से प्रदर्शन हो रहे हैं।
 
बनर्जी ने कहा कि  (संदेशखालि में) एक घटना घटी है। इसे कराया गया था। सबसे पहले, उन्होंने (भाजपा ने) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भेजा और फिर ईडी के मित्र, भाजपा ने कुछ मीडियाकर्मियों के साथ संदेशखालि में प्रवेश किया और मीडिया ने हंगामा करना शुरू कर दिया।”
 
मुख्यमंत्री ने बीरभूम जिले के सूरी में राज्य सरकार द्वारा आयोजित सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रही है।
 
उन्होंने कहा कि संदेशखालि की एक भी महिला ने प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है। मैंने पुलिस को स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था। हमारे ब्लॉक अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है।
 
टीएमसी प्रमुख ने भाजपा पर हमला करते हुए सवाल किया कि क्या पार्टी ने अपने किसी दागी नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई की है?
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संदेशखालि में हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में पुलिस ने अब तक स्थानीय टीएमसी नेता शिबप्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार सहित 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों के खिलाफ ' सामूहिक बलात्कार' और 'हत्या के प्रयास' की धाराएं भी जोड़ी हैं जिनमें से एक अब भी फरार है।
 
अधिकारी लगाएंगे सचाई का पता : बनर्जी ने कहा कि वह अपने अधिकारियों को संदेशखालि भेज रही हैं जो वहां स्थानीय लोगों से बात करके पता लगाएंगे कि शिकायतें वास्तविक हैं या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में लोगों पर अत्याचार होता है तो हम कार्रवाई करते हैं।
 
मैं अधिकारियों को भेज रही हूं जो लोगों की बात सुनेंगे और अगर यह पता चलता है कि किसी ने उनसे चीजें ली हैं, तो उन्हें सब कुछ लौटाया जाएगा। यह मेरा वादा है।”
 
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का जिक्र करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा को चुनाव जीतने में मदद करने के लिए कई टीएमसी नेताओं को जेल में डाला गया है। इस कानून के तहत पूर्व मंत्रियों सहित टीएमसी के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। भाषा Edited By : Sudhir Sharma

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