Threat of attack on Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर को उड़ाने की आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की कथित धमकी के बाद रामनगरी में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई है। धमकी भरे ऑडियो की अभी जांच हो रही है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां अपने स्तर से कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहतीं। हालांकि राम मंदिर के मद्देनजर अयोध्या में हमेशा ही सुरक्षा चाक-चौबंद रहती है। ALSO READ: जो राम को लाए, वे अयोध्या के मतदाताओं को नहीं भाए
2005 में जैश का हमला विफल हुआ था : आपको बता दें कि आतंकी संगठन जैश मोहम्मद अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर पहले भी हमला कर चुका है। हालाकि 5 जुलाई 2005 को हुए इस आतंकी हमले को सुरक्षा एजेंसियों ने विफल कर दिया था और सभी आतंकी मारे गए थे। इसके बाद से ही अयोध्या की सुरक्षा को लगातार अपडेट करने के लिए स्थायी सुरक्षा समिति का गठन किया गया था। ALSO READ: अयोध्या में घूमने की जगहें : राम मंदिर के अलावा इन 10 स्थलों के करें दर्शन
यह कमेटी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और अन्य संवेदनशील स्थलों के साथ साथ अयोध्या की सुरक्षा को लगातार मजबूत और हाईटेक बनाने के लिए अपने सुझाव देती है और उस पर अमल किया जाता है। इन्हीं सुझाव में चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई और अहमदाबाद की तरह अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) का हब बनाने का प्रस्ताव भी है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निकट ही एनएसजी का बेस बनाया जा रहा है और इसके तैयार होने के बाद एनएसजी कमांडो की तैनाती की जाएगी।
क्या कहते हैं एसपी : अयोध्या के एसपी राजकरण नैयर आतंकी संगठन की धमकी पर तो सीधे-सीधे कुछ नहीं कहते, लेकिन अयोध्या की सुरक्षा किस तरह चाक चौबंद है, इस बारे में खुलकर बताते हैं। नैयर कहते हैं कि अयोध्या धाम की सुरक्षा व्यवस्था को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित करते हुए सीनियर अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों का किया गया है। विभिन्न जोन में सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं। पीएसी की कई कंपनियां इस कार्य में लगी हुई हैं। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे क्षेत्र पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से नजर रखी जा रही है। जो भी रियल टाइम इनपुट जनरेट होते हैं, उसके बारे में तत्काल कंट्रोल रूम से सूचित किया जाता है।