शोपियां जिले के इमाम साहब क्षेत्र में आतंकियों के छिपे होने की सूचना सुरक्षाबलों को विश्वसनीय सूत्रों से मिली। सेना की 34 आरआर, सीआरपीएफ और पुलिस के एसओजी जवानों ने सुबह तड़के ही इमाम साहब के अड़खरा गांव में घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी। करीब नौ से दस घंटे तक चली इस मुठभेड़ के बाद पुलिस अधिकारी ने डोगरीपोरा पुलवामा के लतीफ अहमद डार उर्फ टाइगर के उसके दो अन्य साथियों के साथ मारे जाने की पुष्टि की।
बुरहान वानी के आतंकी हिज्ब में शामिल होने के बाद घाटी में वायरल हुई 11 आतंकियों की ग्रुप फोटो में भी लतीफ टाइगर पीछे खड़ा दिखाई दे रहा है। टाइगर 2014 से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था। मारे गए दो अन्य आतंकवादियों की पहचान मुलू चित्रगम के तारिक मौलवी और शोपियां के चोतिगम के शारिक अहमद नेग्रो के रूप में हुई। यह तीनों आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन के सदस्य थे।
इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी गोली लगने से घायल हो गया है। अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान एक घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि दो अन्य घरों को आंशिक क्षति हुई है। मुठभेड़ समाप्त होते ही आतंकवादियों की हत्या के विरोध में स्थानीय युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यही नहीं उन्होंने मुठभेड़ स्थल पर मौजूद सुरक्षाबलों पर पत्थर बरसाना भी शुरू कर दिए। कई बार समझाने के बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।