हवाई अड्‍डे पर 'राम' को देखते ही चरणों में झुक गई महिला, IAS अधिकारी ने बताया भावुक क्षण (वीडियो)

Webdunia
शनिवार, 1 अक्टूबर 2022 (14:19 IST)
नई दिल्ली। भारत में राम, कृष्ण एवं अन्य अवतारों के प्रति लोगों में कितनी आस्था है इसका भावुक कर देने वाला दृश्य एक हवाई अड्‍डे पर नजर आया। दरअसल, रामानंद सागर के 'रामायण' धारावाहिक में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को देखते ही एक महिला उनके पैरों में झुक गई। महिला के पति ने भी गोविल के चरण स्पर्श किए। 
 
दरअसल, रामायण के प्रसारण के समय रामायण के पात्रों की पूजा बहुत ही आम बात थी, लेकिन 35 साल बाद भी लोगों में आस्था का ज्वार कम नहीं हुआ है। यह वीडियो आईएएस अधिकारी सुमिता मिश्रा ने शेयर किया है। उन्होंने लिखा- आपकी छवि क्या है औरों के हृदय में उससे ही आपकी महानता है। रामायण टीवी धारावाहिक को 35 वर्ष हो गए पर राम का चरित्र निभाने वाले अरुण गोविल आज भी सबके लिए प्रभु श्रीराम ही हैं। भावुक कर देने वाला क्षण। 
 
जैसे ही म‍हिला अरुण गोविल को देखती वह अपना सिर उनके पैरों पर रख देती है। गोविल भी एक पल के ठिठक जाते हैं और सकुचाते हुए हाथ जोड़े हुए खड़े रहते हैं। इसी बीच, महिला का पति भी उनके चरण स्पर्श करता है। बाद गोविल ने भी महिला को भगवा अंगवस्त्र पहनाकर अभिनंद किया। 
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आपकी छवि क्या है औरों के हृदय में उससे ही आपकी महानता है।रामायण टीवी धारावाहिक को 35 वर्ष हो गए पर राम का चरित्र निभाने वाले अरुण गोविल आज भी सबके लिए प्रभु श्रीराम ही हैं। भावुक कर देने वाला क्षण। @arungovil12 pic.twitter.com/4nM979xQl3

— Dr Sumita Misra IAS (@sumitamisra) September 30, 2022 >
हालांकि कुछ लोगों ने तीखे कमेंट भी किए। अंजू सिंह ने लिखा- अब भी लोग अशिक्षित और अंधविश्वास मे जी रहे हैं कि वो अरुण गोविल और भगवान राम मे अंतर नहीं कर पा रहे। घोर कलयुग है अशिक्षित समाज का। वहीं, मनीष रॉय ने लिखा- अखंड बकवास, ये आप लोगों और सिस्टम की कमजोरी है कि देश अभी तक इतना अनपढ़ है।
 
आईपीएस पंकज चौधरी लिखते हैं- अदभुत है, यही संस्कार हैं, भावुक करने वाला पल। सुशांत मुखर्जी लिखते हैं- ये तो सच है आज भी प्रभु राम का स्मरण करते ही आपका (अरुण गोविल) चेहरा सामने आता है। जय श्री राम। एक अन्य ट्‍विटर हैंडल से लिखा गया- इसे अंधश्रद्धा कहते हैं। ये बात आप जैसी IAS नहीं समझ पाए यही इस देश का दुर्भाग्य है। शपथ संविधान की लेते हैं और श्रद्धा में कोई और। 
Edited by : Vrijendra Singh Jhala (सोशल मीडिया)