Amit Shah ने राज्यसभा में दिल्ली सेवा विधेयक, 2023 पर चर्चा के दौरान आक्रामक अंदाज में विपक्षी दलों को जवाब दिया। भाषण का जवाब देते समय आपातकाल का जिक्र आने पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने शाह को टोका। भाषण के बीच में टोकने से बिफरे अमित शाह ने खरगे को जवाब दिया।
शाह ने कहा कि हम आपातकाल लाने के लिए नहीं बल्कि संविधान में संशोधन कर रहे हैं और कांग्रेस को लोकतंत्र पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। सभापति की मौजूदगी में खरगे ने कहा कि राज्यसभा में राजनीतिक टिप्पणी न करने और वोटर को लुभाने वाले बयान नहीं दिए जाने का निर्देश मांगा।
इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि चर्चा के बिंदुओं का जवाब दिया जा रहा है। मैं मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हूं और हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। आप (विपक्ष) ही हैं जिनके पास छिपाने के लिए कुछ है कि आप चर्चा नहीं होने दे रहे हैं। अगर खरगेजी 11 अगस्त को चर्चा के लिए हां कहते हैं, तो मैं भी इसके लिए तैयार हूं।
इसके बाद अमित शाह ने चुटकी लेते हुए कहा, उन्होंने राजनीतिक टिप्पणी नहीं की। संकेतों में अपनी बातें कहीं, लेकिन खरगे जी ने उनकी बात को और स्पष्ट कर दिया, इसके लिए वे आभारी हैं।