शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा को किया 'खामोश', आसनसोल में 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीते

शनिवार, 16 अप्रैल 2022 (19:15 IST)
आसनसोल (पश्चिम बंगाल)। अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने पश्चिम बंगाल में आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में शनिवार को जीत दर्ज की।
 
तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी सिन्हा ने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की अग्निमित्रा पॉल को 3 लाख 3 हजार 209 मतों के भारी अंतर से हराया। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, सिंह को 6,56,358 मत मिले, जबकि पॉल को 3,53,149 मत मिले। माकपा के पार्थ मुखर्जी को 90,412 मत मिले और कांग्रेस के प्रसन्नजीत पुइटेंडी को 15,035 मत मिले।
 
आसनसोल लोकसभा सीट से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो अपना इस्तीफा देने के बाद गत सितंबर में टीएमसी में शामिल हो गए थे, जिसके बाद यहां उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी। आसनसोल में 12 अप्रैल को मतदान हुआ।
 
मैं भी बंगाली हूं : फिल्मों में अपनी दमदार डायलॉग अदायगी के चलते 'शॉटगन' के नाम से मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में संक्षिप्त पारी खेलने के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे, जबकि इससे पहले वह करीब चार दशक तक भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे।
 
सिन्हा ने कहा कि मैं किसी भी अन्य बंगाली जितना ही बंगाली हूं। मैं बाहरी व्यक्ति नहीं हूं। मैंने हमेशा बंगाली भाषा और संस्कृति का सम्मान किया हैं। आज का नतीजा, इसका प्रमाण है। मैं लोगों के विकास के लिए काम करूंगा।'
 
पहले चुनाव में राजेश खन्ना से मिली थी शिकस्त : वर्ष 1946 में बिहार के पटना में जन्म लेने वाले सिन्हा 80 के दशक से ही भाजपा से जुड़े रहे थे और वाजपेयी-आडवाणी के जमाने में पार्टी से स्टार प्रचारक हुआ करते थे। अपनी चुनावी पारी की शुरुआत में सिन्हा को 1992 में नई दिल्ली लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार एवं अभिनेता राजेश खन्ना के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
 
इसके बावजूद, अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं से करीबी के चलते सिन्हा की भाजपा में पकड़ बनी रही। वह 12 साल तक राज्यसभा जबकि 10 साल तक लोकसभा के सदस्य रहे।

कोल्हापुर-उत्तर सीट से कांग्रेस जीती : महाराष्ट्र विधानसभा की कोल्हापुर-उत्तर सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने शनिवार को जीत दर्ज की। इससे राज्य में सत्ताधारी महाविकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन को और मजबूती मिली है।

कांग्रेस और एमवीए की प्रत्याशी जयश्री जाधव ने भाजपा के उम्मीदवार को 19 हजार से अधिक मतों से पराजित कर दिया। इस तरह कांग्रेस ने यह सीट अपने पास बरकरार रखी। एमवीए में तीन दल, कांग्रेस, राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) और शिवसेना शामिल हैं।
 
जाधव को 97,332 मत मिले जबकि भाजपा के सत्यजीत कदम को 78,025 मत मिले। जाधव ने 19,307 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। यह सीट कांग्रेस विधायक चंद्रकांत जाधव की पिछले साल दिसंबर में कोविड-19 के कारण हुई मौत के बाद खाली हुई थी। उपचुनाव में कांग्रेस ने चंद्रकांत की पत्नी को टिकट दिया, जबकि भाजपा ने पूर्व कांग्रेस नेता कदम को मैदान में उतारा।

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