मोदी ने इस मौके पर शी को स्मृति चिह्न प्रदान किए जिनमें गांधीजी पर पुस्तकें और चित्र शामिल हैं। आश्रम के न्यासी कार्तिकेय साराभाई ने कहा, साबरमती आश्रम न्यास ने चीनी राष्ट्रपति को उस चरखे की प्रतिकृति भेंट की जिसे गांधीजी ने पुणे के समीप यरवदा जेल में इस्तेमाल किया था। शी को उस मूल प्रमाण पत्र की प्रति भी दी गई जो गांधीजी को 1915 में दक्षिण अफ्रीका में चीन मूल के लोगों ने दी थी। (भाषा)