सामना में छपे लेख के मुताबिक, 'जब मुगल राज में हिंदुओं को मुसलमान बनाया गया था, वो भी ताकत के बल पर...तब किसी ने सवाल नहीं उठाया था, लेकिन अब उठाए जा रहे हैं।'
लेख में भाजपा पर सीधे हमला करते हुए लिखा गया है, 'इस मामले में भाजपा का पहले से समर्थन रहा है, लेकिन केंद्र में और कई राज्यों में भाजपा की सत्ता है, इसलिए पार्टी कन्फ्यूजन में है। यही कारण है कि पार्टी इस मुद्दे पर ठीक से अपनी राय नहीं रख पा रही है।'
लेख में आगे लिखा है, 'मोहन भागवत, प्रवीण तोगड़िया और अन्य ने धर्मांतरण का स्वागत किया है। प्रवीण तोगड़िया कुछ ज्यादा ही जल्दी में दिख रहे हैं। कहीं हिंदुत्ववादी संगठनों की यह तेजी नरेंद्र मोदी के नाम में अड़चन न पैदा हो जाए, ये सोचना होगा। हिंदुत्व के नाम पर जो धर्मांतरण का काम देश भर में चल रहा है, क्या इसके पीछे सरकार का सपोर्ट है, इस विषय पर सभी को सोचना होगा।'