गुस्साएं शिवसेना सांसदों ने विमान मंत्री को घेरा, मंत्रियों ने इस तरह बचाया...

गुरुवार, 6 अप्रैल 2017 (14:37 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा में शिवसेना सदस्यों ने गुरुवार को नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू को उनकी सीट पर ही घेर लिया जब उन्होंने एयर इंडिया-गायकवाड़ विवाद मामले में कहा कि उड़ान में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और उससे कतई समझौता नहीं किया जा सकता। शिवसेना सदस्य इस कदय नाराज हो गए कि केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा सदस्यों को राजू का रक्षा कवच बनना पड़ा। 
 
शिवसेना के रवीन्द्र गायकवाड़ ने पिछले दिनों एयर इंडिया के कर्मचारियों के साथ हुए विवाद के बाद उनकी विमान यात्रा पर रोक लगाए जाने का मुद्दा सदन में शून्य काल में उठाया। उन्होंने कहा कि इस विवाद में एयर इंडिया ने ही नहीं, बल्कि अन्य विमानन कंपनियों ने भी उन्हें विमान यात्रा से प्रतिबंधित कर दिया है, जो न केवल यात्री के तौर पर बल्कि एक सांसद के अधिकारों का उल्लंघन है।
 
गायकवाड़ ने इस पूरे प्रकरण की जांच कराये बिना विमान यात्रा पर रोक लगाने को सरासर अन्याय करार देते हुए कहा कि एयर इंडिया के अधिकारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिससे संसद की गरिमा को भी ठेस पहुंची है।
 
उन्होंने सरकार से यह प्रतिबंध हटाने और उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी से कुछ धाराओं को हटाने की मांग की। केंद्रीय मंत्री एवं शिवसेना के सदस्य अनंत गीते ने भी श्री गायकवाड़ पर प्रतिबंध लगाये जाने के मामले पर रोष जताया। 
 
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राजू ने इस पर कहा कि विमान में यात्रा करते वक्त हर कोई यात्री होता है और यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि होती है। उन्होंने कहा, "विमान एक मशीन है, जो यात्रियों को लेकर उड़ता है और सुरक्षा से कतई समझौता नहीं किया जा सकता।
 
उनके इस जवाब से शिवसेना सदस्य भड़क गए और वे आसन के पास पहुंच गए। गीते नागर विमानन मंत्री की सीट के पास पहुंच गए और जोर-जोर से बोलने लगे। उन्हें यह कहते सुना गया, आपको (प्रतिबंध का) आदेश वापस लेना होगा।
 
इस बीच शिवसेना के सभी सदस्यों ने राजू की सीट के पास पहुंचकर उन्हें घेर लिया और हंगामा करने लगे। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार, राज्य मंत्री एस एस अहलुवालिया, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और जयंत सिन्हा सहित कई मंत्री एवं भाजपा के सदस्यों ने राजू के पास पहुंचकर घेरा बना लिया।
 
हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजकर 45 मिनट तक स्थगित कर दी। इसके बावजूद शिवसेना सदस्य हो-हल्ला में शामिल रहें। इस बीच स्मृति ईरानी ने गीते को वहां से समझा-बुझाकर हटाया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह, गीते को सदन से बाहर ले गए। (भाषा) 

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