विरोध नहीं, सहयोग की भावना- बाढ़ प्रभावित इलाकों के अपने दौरे को लेकर शिवराज ने कहा कि वह यहां विरोध नहीं बल्कि सहयोग करने आए है। उन्होंने कहा कि यह वक्त एक दूसरे को कोसने का नहीं बल्कि एक साथ मिलकर बाढ़ पीड़ितों की सहायता करने का है।
उन्होंने कहा कि वह मंदसौर राजनीति करने नहीं बल्कि लोगों की मदद करने के लिए आए है। उनकी पहली प्राथमिकता जिन लोगों का सब कुछ बाढ़ में बह गया उनकी मदद करना है। उन्होंने कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं बल्कि प्रशासन को फुल सपोर्ट, फुल को-ऑपरेट करने का है, ताकि लोगों को इस संकट से निकाला जा सकें।