कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आलाकमान ने पिछले हफ्ते शपथ ग्रहण समारोह से पहले दिल्ली में हुई बैठक में आठ मंत्रियों की पहली सूची को मंजूरी दी थी। हालांकि पहले मंत्रिमंडल में अभी कई और विधायकों को शामिल किए जाने की योजना है।
सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान कुछ नामों को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कथित रूप से मतभेद है। सिद्धारमैया के लिए नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन और एक ऐसे मंत्रिमंडल का गठन, जिसमें सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और नई व पुरानी पीढ़ी के विधायकों को प्रतिनिधित्व हासिल हो, काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है।