बारिश से बिहार में हाहाकार : 25 की मौत, 24 जिलों में जारी हुआ रेड अलर्ट

Webdunia
सोमवार, 30 सितम्बर 2019 (10:58 IST)
पिछले 4 दिनों से पटना में बाढ़ के कारण हालात खराब हैं। यहां जल प्रलय जैसे हालात हैं। जगह-जगह पानी भरा हुआ है, दुकान हो या घर, सड़क हो या मैदान सब कुछ में पानी में डूब गया है। सड़कों पर नाव घूम रही हैं और सड़क का तो पता ही नहीं चल पा रहा है। बाढ़ की वजह से अब तक 25 लोगों की मौत हो गई। अभी भी कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन की ओर से अभी तक करीब 10 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है और अभी भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना जारी है।

खबरों के मुताबिक, पटना में बरसाती बाढ़ के कारण हाल बेहाल हैं। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुटा हुआ है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से 2 हेलीकॉप्टरों की मांग की है। बाढ़ की वजह से अब तक 25 लोगों की मौत हो गई। अभी भी कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट और यलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन की ओर से अभी तक करीब 10 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है और अभी भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना जारी है।

राज्य में अगले चौबीस घंटे तक जोरों की बारिश का पूर्वानुमान है। मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, मधेपुरा, भोजपुर, जहानाबाद, अरवल, पटना, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, बांका, लखीसराय, कटिहार, भागलपुर,  मुंगेर, खगड़िया, शिवहर में अगले 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

बाढ़ के कारण दुकान हो या घर, सड़क हो या मैदान सब कुछ में पानी में डूब गया है। पटना की सड़कों पर नाव घूम रही हैं और सड़क का तो पता ही नहीं चल पा रहा है। रविवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह एवं जीतराम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को राज्य में मूसलधार बारिश से उत्पन्न स्थिति पर उच्चस्तरीय बैठक की।

एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम फंसे हुए लोगों को निकालने में जुटी हुई हैं। मगध विश्वविद्यालय की स्नातक तृतीय वर्ष और पाटलिपुत्रा विवि की बीएड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं, वहीं पटना के स्कूलों में अगले आदेश तक छुट्टी कर दी गई है।
बाढ़ और बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है। राज्य में कई जगह बाढ़ का पानी घरों, दुकानों और अस्पतालों में घुस गया है। ट्रेनों की आवाजाही, सड़क परिवहन और विमान के संचालन पर असर पड़ा है। लंबी दूरी की 12 ट्रेनों और कई यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। छोटी नदियां तीन दर्जन स्थानों पर लाल निशान से ऊपर बह रही हैं।

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