सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी सेना घाटी के युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया के मंचों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ फैलाया जाना न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का एक विषय है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में शांति और स्थायित्व को बिगाड़ने के लिए जनमत को बदलने के लिए चर्चा और विमर्श विकसित करने की कोशिश कर रहा है।
अधिकारी ने कहा कि पीओके और पाकिस्तान में 16 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं। उत्तरी सेना के कमांडर ने कहा कि उन्हें (आतंकवादियों) प्रशिक्षण दिया जाता है और फिर एलओसी लाया जाता है। इसके बाद वे जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करते हैं। हम इन गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में 191 युवक आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं लेकिन बीते कुछ महीनों में इन संगठनों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में तुलनात्मक रूप से कमी आई है। (भाषा)