बुखारी के बेटे की दस्तारबंदी में शामिल नहीं होंगी सोनिया!

शनिवार, 1 नवंबर 2014 (07:47 IST)
नई दिल्ली। कट्टरपंथी विचारधारा के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी द्वारा अगले महीने अपने बेटे को उत्तराधिकार सौंपने (दस्तारबंदी) के समारोह के विवाद के चलते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उसमें शामिल नहीं होगी।
 
समारोह में सोनिया के शामिल होने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के एक सूत्र ने केवल इतना कहा, ‘सवाल ही नहीं उठता।’ समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब दस्तारबंदी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता नहीं भेजने और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दावत देने के इमाम के फैसले के बाद विवाद खड़ा हो गया है।
 
हालांकि कांग्रेस के सूत्रों से जब पूछा गया कि क्या सोनिया को इमाम का निमंत्रण मिला है तो उन्होंने इस तरह की जानकारी होने या नहीं होने से अनभिज्ञता जताई।
 
बुखारी ने मोदी को नहीं बुलाने के अपने फैसले को जायज ठहराते हुए कहा था कि मुसलमानों ने उन्हें गुजरात दंगों के लिए माफ नहीं किया है। बुखारी के इस फैसले का देवबंदी उलेमाओं ने भी समर्थन किया है।
 
गौरतलब है कि बुखारी का परिवार उज्बेकिस्तान से आकर यहां बस गया था। 16वीं सदी में उनके ही परिवार के लोगों को शहंशाह शाहजहां ने जामा मस्जिद का इमाम बनाया था तभी से उत्तराधिकार सौंपने की यह परंपरा जारी है।

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