लोगों के हाथ में रहने चाहिए प्राकृतिक संसाधन : सोनिया गांधी

रविवार, 23 नवंबर 2014 (17:50 IST)
डाल्टनगंज (झारखंड)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को कहा कि जनता के विकास के लिए इस देश के प्राकृतिक संसाधन उनके हाथ में होने चाहिए और उनकी पार्टी ने ही आदिवासियों तथा गरीबों को यह अधिकार देने की पहल की थी।
सोनिया ने कहा कि इस देश के प्राकृतिक संसाधन लोगों के पास रहने चाहिए, सरकार के पास नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहल पर आदिवासियों, गरीबों, दलितों, पिछड़ा वर्ग के लोगों और अल्पसंख्यकों को भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत अधिकार दिए गए थे लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार इसमें संशोधन करने का विचार कर रही है।
 
सोनिया ने यहां डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार और झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री केएन त्रिपाठी के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम कानून में किसी भी संशोधन का विरोध करते हैं। यहां पहले चरण में 25 नवंबर को मतदान होगा जिसके लिए रविवार को प्रचार का आखिरी दिन है।
 
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पिछली संप्रग सरकार के प्रयासों और उसकी विकास योजनाओं से ही आज देश को विकसित देश बनने की दिशा में बढ़ने में मदद मिल रही है।
 
झारखंड की समस्याओं के लिए भाजपा पर हमला बोलते हुए सोनिया ने कहा कि लोगों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताना चाहिए कि राज्य में 14 साल में 11 साल भाजपा सत्ता में रही है, लेकिन यहां समस्याएं जस की तस रहीं।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि जब संप्रग सरकार केंद्र में थी तो झारखंड को बिजली, सड़क, पेयजल तथा स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए करोड़ों रुपए दिए गए थे लेकिन भाजपा शासित राज्य में उसका कोई इस्तेमाल नहीं किया गया। 
 
सोनिया ने कहा कि उन्होंने (भाजपा ने) रोजगार के अवसर भी पैदा नहीं किए। झारखंड में 40 लाख बीपीएल परिवार हैं। यह चिंता की बात है। (भाषा)

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