श्रीमती गांधी का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से बहुत अच्छा नहीं रह रहा है, जिसके कारण उनकी सक्रियता भी कम हुई है। गुजरात के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव के दौरान भी वह प्रचार से पूरी तरह दूर रहीं। इस समय वह पार्टी अध्यक्ष के साथ-साथ संसद में कांग्रेस संसदीय दल की नेता भी हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।