लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बुंदेलखंड को एक्सप्रेस वे की सौगात देंगे। 296 किलोमीटर लंबा यह फोर लेन एक्सप्रेस वे रिकॉर्ड 28 माह में बनकर तैयार हो गया। पीएम मोदी ने फरवरी 2020 में इस एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया था और तय समय से यह 4 माह पहले ही बनकर तैयार हो गया।
यूपी सरकार का दावा है कि इसे अनुमानित लागत से करीब 12.72 प्रतिशत कम कीमत में बना लिया गया है। इससे सरकारी खजाने को 1132 करोड़ रुपए का लाभ हुआ।
एक्सप्रेसवे पर प्रवेश और निकासी के लिए 13 स्थानों पर इंटरचेंज सुविधा दी गई है। परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा के लिए सर्विस रोड का निर्माण किया गया है।
विभिन्न एक्सप्रेस वे के जरिये दिल्ली से चित्रकूट तक की 630 किमी की दूरी को पूरा करने में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की हिस्सेदारी 296 किमी रहेगी। जबकि, डीएनडी फ्लाईवे नौ किमी, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे 24 किमी, यमुना एक्सप्रेस वे 165 किमी और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे 135 किमी की हिस्सेदारी निभायेंगे। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं।
14850 करोड़ रुपए की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिले सीधे जुड़ेंगे। इससे इन 7 जिलों में बहुत तेजी से औद्योगिक विकास होगा और यह एक्सप्रेस वे स्थानीय युवाओं को आगे बढ़ने के लिए पहले से अधिक अवसर मुहैया करायेगा।
मोदी दिन में लगभग 11:30 बजे उरई तहसील के कैथेरी गांव में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी में बहुप्रतीक्षित बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर कहा, 'आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर-कमलों से आज प्रदेश के चहुंमुखी विकास में अभूतपूर्व भूमिका निभाने जा रहे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होगा। यह एक्सप्रेस-वे नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में समृद्ध बुंदेलखंड के सामाजिक एवं आर्थिक विकास की ऐतिहासिक गति का कारक बनेगा।