उन्होंने बताया कि सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण शाम 7 बजे से सवा 7 बजे के बीच आईटीआर के लांच कॉम्प्लेक्स-3 से एक मोबाइल लांचर से 350 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ किया गया। उन्होंने बताया कि यह नियमित परीक्षण था। पृथ्वी-2 का रात के समय परीक्षण 21 फरवरी 2018 को भी सफलतापूर्वक किया गया।