39 सालों की प्रतिष्ठा धूमिल करने की गंदी हरकत : सुजाता सिंह

शुक्रवार, 30 जनवरी 2015 (23:07 IST)
नई दिल्ली। दो दिन पहले विदेश सचिव पद से हटाई गईं सुजाता सिंह ने आज कहा कि 39 सालों तक भारत सरकार की सेवा करने के बाद उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने के मकसद से मीडिया में खबरें ‘चलवाई’ जा रही हैं और इससे वह ‘बहुत दु:खी’ महसूस कर रही हैं।
 
सुजाता ने कहा, ‘पिछले दो दिनों मैं मैंने जिस तरह की कमेंट्री देखी है, उससे मुझे बहुत दु:ख हुआ है। मेरा मानना है कि इतना नीचे गिरना और गंदगी फैलाना जरूरी नहीं।’ 
 
उन्होंने कहा कि वह चाहती थीं कि बिना किसी विवाद के पद छोडें, ‘लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ और मैं समझती हूं कि मेरी छवि धूमिल की गई है।’ 
 
अगस्त के अंत में पूरे होने वाले अपने दो साल के कार्यकाल में सात महीने की ‘कटौती’ का ब्योरा देते हुए सुजाता ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को दोपहर दो बजे उन्हें फोन किया और कहा कि वह उन्हें ‘कोई अच्छी नहीं खबर नहीं’ देने जा रही हैं। सुषमा ने उनसे कहा कि प्रधानमंत्री एस. जयशंकर को विदेश सचिव नियुक्त करना चाहते हैं।
 
सुजाता ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा पहले से ही तैयार रखा था पर उन्हें कहा गया कि ऐसा करने से वह अपने सेवानिवृति लाभ गंवा देंगी। लिहाजा, उन्होंने ‘प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार’ शाम के करीब सात बजे एक पत्र भेजकर समय से पहले सेवानिवृति मांगी।
 
एनडीटीवी से बातचीत में सुजाता ने बताया कि इसके करीब दो-तीन घंटे बाद सरकार की वेबसाइट पर एक आधिकारिक घोषणा डाली गई कि उनके कार्यकाल में तत्काल प्रभाव से ‘कटौती’ की गई है। (भाषा)

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