वेबदुनिया से खास बीतचीत में अवस्थी ने कहा कि देश में मीडिया संस्थान, टीवी चैनल, वेबसाइट्स और अखबारों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन पत्रकारिता के मूल्यों में, साख में कमी आई है, स्तर में गिरावट आई है। हालांकि यह सिर्फ मीडिया के क्षेत्र में हुआ है, ऐसा नहीं है। देश, दुनिया, समाज सभी जगह मूल्यों में गिरावट आई है, जो कि हर क्षेत्र में दिखाई दे रही है। चाहे वह चिकित्सा का क्षेत्र हो या इंजीनियरिंग का या फिर कोई और सभी जगह गिरावट दिखाई दे रही है।
मीडिया मूल्यों में आई गिरावट के कारणों पर चर्चा करते हुए सुमित कहते हैं कि दरअसल, बड़ी मात्रा में संस्थान खुल गए हैं और थोक के भाव में डिग्रियां बांटी जा रही हैं, लेकिन अच्छे शिक्षकों का अभाव है। ऐसे में हम नई पीढ़ी को अच्छे मूल्य नहीं सौंप पा रहे हैं। ऐसे में अच्छे पत्रकार तैयार कैसे होंगे?