सम्मेलन से दूर रहना पाकिस्तान का फैसला : सुमित्रा महाजन

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017 (18:08 IST)
इंदौर। दक्षिण एशियाई देशों की संसदों के सभापतियों के यहां 18 फरवरी से शुरू होने वाले सम्मेलन से पाकिस्तान के दूर रहने को भारत की लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पड़ोसी मुल्क का अपना फैसला बताया है। 
उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के संसदीय सभापति इस 3 दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होते  तो यह क्षेत्रीय सहयोग के लिहाज से अच्छी बात होती, लेकिन अब इस सम्मेलन में सतत  विकास के लक्ष्यों को हासिल करने पर केंद्रित विमर्श की राह पर दूसरे भागीदार देशों के साथ  आगे बढ़ा जाएगा।
 
सुमित्रा ने इंदौर प्रेस क्लब में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर कहा  कि अगर पाकिस्तान इस सम्मेलन में भाग लेता तो यह निश्चित तौर पर अच्छी बात होती, लेकिन इस सम्मेलन में शामिल नहीं होना उसका अपना फैसला है। मैं इस बारे में ज्यादा टिप्पणी नहीं कर सकती।
 
भारत की लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब वे (पाकिस्तानी सदनों के सभापति) इस सम्मेलन  में नहीं आ रहे हैं तो क्या किया जा सकता है? जिन देशों के सभापति इस सम्मेलन में  शामिल हो रहे हैं, हम उन्हें लेकर आगे बढ़ेंगे और इस विषय पर चर्चा करेंगे कि सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में क्षेत्रीय सदनों की क्या भूमिका हो सकती है।
 
उन्होंने पाकिस्तान के इस सम्मेलन में भागीदारी से इंकार से जुड़े एक अन्य सवाल पर कहा  कि हम किसी भी देश को पकड़कर इस सम्मेलन में नहीं ला सकते। पाकिस्तान के नुमाइंदे (क्षेत्रीय सहयोग के लिए आयोजित कार्यक्रमों में) बाकी जगहों पर तो आते रहते हैं। मुझे नहीं पता कि वे यहां क्यों नहीं आ रहे हैं? वे आते तो हमें अच्छा लगता और हमें उनकी संसद की गतिविधियों के बारे में पता चलता।

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