Surya Grahan 2022 PICS : दिल्ली, यूपी, ओडिशा, पंजाब....देश के कई शहरों में दिखा सूर्यग्रहण का अद्‍भुत नजारा

मंगलवार, 25 अक्टूबर 2022 (21:20 IST)
नई दिल्ली। दिवाली के एक दिन बाद खगोलीय दुनिया में बड़ी घटना घटी। 2022 का अंतिम सूर्यग्रहण हुआ। दुनिया के कई देशों सहित देश के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण देखा गया और खगोलविज्ञान प्रेमियों ने चंद्रमा द्वारा सूर्य के प्रकाश दायरे को ढंक देने के इस आकाशीय नजारे को टकटकी लगाकर बड़ी रुचि के साथ देखा। दिल्ली, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, पंजाब और मध्यप्रदेश कई शहरों में सूर्यग्रहण देखा गया। आपको दिखाते हैं देश के विभिन्न शहरों की सूर्यग्रहण की आकर्षक तस्वीरें- 
श्रीनगर में सूर्य का अधिकतम धुंधलापन 55 प्रतिशत देखा गया। दिल्ली में ग्रहण की शुरुआत शाम 4:29 बजे हुई। यह ग्रहण शाम में लग रहा है, इसलिए इस खगोलीय घटना का अंत दिखाई नहीं देगा क्योंकि यह सूर्यास्त के बाद होगा।
 
अधिकारियों ने कहा कि सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और जब तीनों आकाशीय पिंड एक रेखा में आ जाते हैं। आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढंक लेता है। विभिन्न स्थानों पर टेलीस्कोप के माध्यम से लोगों ने सूर्यग्रहण को देखा।
सूर्य ग्रहण के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने कुरुक्षेत्र के पवित्र सरोवरों में स्नान किया। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने सूर्य ग्रहण के दौरान आयोजित मेले के मद्देनजर पांच लाख से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की थी। कुरुक्षेत्र में शाम 4.27 बजे से शाम 5.39 बजे के बीच ग्रहण रहा।
हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक सूर्य ग्रहण के दौरान कुरुक्षेत्र के पवित्र सरोवरों में स्नान करना शुभ माना जाता है।
 
उत्तरप्रदेश से आए एक तीर्थयात्री रमेश कुमार ने कहा कि सूर्य ग्रहण के दौरान यहां के पवित्र सरोवरों में डुबकी लगाने का विशेष महत्व है। इस अवसर पर यहां आना मेरा सौभाग्य है। इस बीच, साधु-संत पवित्र ब्रह्म सरोवर पहुंचे और वहां हवन किया गया।

योगी आदित्यनाथ ने देखा नजारा : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम यहां तारामंडल स्थित वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला पहुंचकर आंशिक सूर्यग्रहण का नजारा देखा।
 
मुख्यमंत्री ने टेलीस्कोप और विशेष चश्मे से खगोलीय घटना का अवलोकन करने के साथ ही वैज्ञानिकों से ग्रहण की आवृत्ति, समय और ग्रहों को लेकर जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री मौजूद लोगों को यह भी समझाते रहे कि कोई भी विशेष चश्मे के बिना सूर्यग्रहण न देखे।
 
एक सरकारी बयान के मुताबिक आंशिक सूर्यग्रहण का स्पर्श व मोक्षकाल गोरखपुर में शाम 4:38 बजे से 5:29 बजे तक रहा। मुख्यमंत्री 4:40 बजे नक्षत्रशाला पहुंचे। यहां उन्होंने पहले टेलीस्कोप से और फिर विशेष चश्मे (स्पेशल मल्टीकोटेड ग्लास) व स्पेशल बायनाकुलर से सूर्यग्रहण को देखा।
 
बयान के अनुसार ग्रहण अवलोकन के दौरान वह वैज्ञानिकों से जानकारी भी लेते रहे। वैज्ञानिकों ने बताया कि गोरखपुर में यह आंशिक सूर्यग्रहण 52 मिनट तक दिखा। बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां खगोलीय घटनाओं को देखने के लिए जरूरी उपकरणों की व्यवस्था की जाए।
 
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अमावस्या और पूर्णिमा के दिन ग्रहण की प्रवृत्ति के क्रम में आज अमावस्या के दिन आंशिक सूर्यग्रहण की दुर्लभ खगोलीय घटना देखने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड के बहुत से रहस्यों को अभी उद्घाटित किया जाना शेष है। उन्होंने कहा कि इन रहस्यों का पता लगाकर मानव कल्याण का मार्ग और प्रशस्त किया जा सकता है।
 
सूर्यग्रहण देखने नक्षत्रशाला पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साइंस पार्क के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि इसका विस्तृत प्रस्ताव शीघ्र शासन को भेजें। नक्षत्रशाला की खाली भूमि पर इसका निर्माण किया जाएगा। यहां 2 एकड़ के आसपास जमीन खाली है, इसके आधे से भी कम हिस्से में इसका निर्माण हो जाएगा।
 
मुख्यमंत्री ने तारों की दुनिया का शो देखने के बाद इसके ऑडिटोरियम को थ्री डी बनाने का भी प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने नक्षत्रशाला के लिए जरूरी अन्य कार्यों का भी प्रस्ताव भेजने को कहा।

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