कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रतापसिंह बाजवा, अम्बिका सोनी तथा शमशेरसिंह डुल्लो ने संसद भवन परिसर में कहा कि विदेशमंत्री ने चार साल तक आतंकवादी संगठन आईएस द्वारा बंधक बनाए गए भारतीयों के बारे में सही सूचना नहीं दी और संसद तथा पीड़ित परिवारों के सदस्यों को गुमराह किया है इसलिए स्वराज के खिलाफ पहले राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाया जाएगा।
बाजवा ने कहा कि सरकार ने इस मामले में बहुत असंवेदनशील भूमिका निभाई है। विदेशमंत्री ने हर बार कहा कि सभी भारतीय जीवित हैं। यहां तक दावा किया गया कि उनको भोजन जैसी आवश्यक सामग्री मिल रही है। राज्यसभा में विदेश मंत्री के सभी 39 भारतीयों के मारे जाने की सूचना देने के बाद उन परिवारों को बहुत पीड़ा हुई जो चार साल से अपनों के लौटने का इंतजार कर रहे थे।
उन्होंने बंधक बनाए गए भारतीयों की हत्या के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि आतंकवादियों ने अन्य देशों के नागरिकों का भी अपहरण किया था, लेकिन कई देशों की सरकारों ने अपने लोगों को बचाया है। हमारी सरकार ने इस मामले में देश को गुमराह किया है। (वार्ता)