स्वराज ने जवाहरलाल नेहरू भवन में इन लोगों के परिजनों से मुलाकात की। इस मौके पर विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) अनिल वाधवा भी मौजूद थे। विदेश मंत्री ने इन लोगों की चिंताओं पर संवेदनशीलता व्यक्त की और उन्हें बताया कि हाल ही में हुई उनकी बहरीन यात्रा के दौरान उन्हें अपहृत भारतीय नागरिकों के जीवित होने की सूचना एवं उनकी रिहाई में सहयोग का आश्वासन मिला है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले तक हमें परोक्ष रूप से सूचना मिल रही थी कि इराक के मोसूल से 2014 में अपहृत 39 भारतीय नागरिक जीवित हैं, लेकिन बहरीन में उन्हें प्रत्यक्ष सूचना मिली है। वहां किसी भी अरब मंत्री ने भारतीय नागरिकों के मारे जाने की बात नहीं कही, बल्कि दो मंत्रियों ने भारतीय नागरिकों के जीवित होने की सूचना दी।