अधिकारी पर यह भी आरोप लगाया कि उसने महिला को एक मुस्लिम से विवाह करने को लेकर आड़े हाथ लिया। बाद में पुलिस एवं एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) की रिपोर्ट में पाया गया कि महिला ने जो पता दिया था, वह उस जगह पिछले एक साल से नहीं रह रही थी।
सोशल मीडिया के एक वर्ग ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुषमा एवं मंत्रालय पर हमला बोला और कहा कि वह तो महज अपनी ड्यूटी कर रहा था। इस बारे में जो भी ट्वीट किए गए, उनमें से कई को सुषमा ने फिर से ट्वीट किया। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रालय ट्रोल करने वालों के खिलाफ किसी कार्रवाई पर विचार कर रहा है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि ‘‘विदेश मंत्रालय ने इस प्रकार के दुर्भावनापूर्ण ट्वीट और ट्रोल करने का अपने तरीके से जवाब दिया था। मुझे नहीं लगता कि मेरे पास इस बारे में कहने के लिए कुछ और है।