'ताजमहल' में सैलानियों का प्रवेश हो सकता है सीमित

नई दिल्ली। ताजमहल में सैलानियों का प्रवेश सीमित हो सकता है, क्योंकि सरकार 17वीं सदी के इस मुगल स्मारक एवं विश्व धरोहर के लिए एक समग्र संरक्षण एवं भीड़ प्रबंधन योजना पर विचार कर रही है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि ताजमहल परिसर में पर्यटकों के प्रवेश को सीमित करने के बारे में फैसला राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरि) द्वारा किए जा रहे अध्ययन के आधार पर किया जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध स्मारक के संरक्षण के लिए एएसआई कुछ खास कदम उठाएगी। हर रोज बड़ी संख्या में पर्यटक ताजमहल का दीदार करने पहुंचते हैं। ऐसा समझा जाता है कि जिन प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है, उनमें ताजमहल के दीदार के लिए वर्तमान में निर्धारित समयावधि में कटौती किए जाने का प्रस्ताव भी शामिल है।
 
एएसआई ने नागपुर आधारित संस्थान को ताजमहल पर पर्यटकों की गतिविधियों के प्रभाव और पर्यावरणीय प्रभावों के अध्ययन के लिए भी अधिकृत किया है।
 
एएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नीरि अध्ययन पहली बार हमें ताजमहल में पर्यटकों की अनुकूलतम संख्या पर रिपोर्ट देगा। अंतिम रिपोर्ट मिलने पर हम इसका विश्लेषण करेंगे और तब हम इस स्मारक के लिए पर्यटकों की संभावित संख्या पर फैसला करने पर विचार करेंगे। इसके महानिदेशक राकेश तिवारी ने कहा कि एएसआई की योजना समग्र संरक्षण एवं भीड़ प्रबंधन की है। (भाषा)

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