तेजस्वी पर जदयू के तीखे तेवर, चाहिए बिन्दुवार जवाब

गुरुवार, 13 जुलाई 2017 (18:45 IST)
पटना। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी के बाद बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक दल के नेता एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच प्रमुख घटक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने गुरुवार को फिर दुहराया कि पार्टी राजद से उपमुख्यमंत्री पर लगे आरोपों के बिन्दुवार जवाब की उम्मीद रखती है।
 
जदयू के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य संजय सिंह ने यहां कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न किसी को बचाते हैं और न ही किसी को फंसाते हैं। आरोप लगने पर उनकी पार्टी ने पूर्व में कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में पार्टी की जीरो टॉलरेंस की नीति रही है और यही मूल मंत्र है। सिंह ने कहा कि उप मुख्यमंत्री यादव पर भी आरोप लगे हैं। आरोप लगने पर राजद को भी इस संबंध में जल्द ही फैसला लेना होगा।
 
जदयू के ही प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने कहा कि सीबीआई ने यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यादव पर आरोप लगने के बाद राजद को बिन्दुवार जवाब देना चाहिए और उनकी पार्टी ऐसी ही उम्मीद रखती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी को अभी राजद से बिंदुवार जवाब नहीं मिला है।
 
कुमार ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री यादव के मामले में राजद क्यों असहज बना हुआ है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राजद विधायक राजबल्लभ यादव और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के मामले में तो राजद असहज नहीं था। उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि उनकी पार्टी की भावना का राजद जरूर सम्मान करेगा।
 
वहीं, राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने बुधवार को अपने दिल की बात सार्वजनिक रूप से कह दी है। जदयू का संशय दूर होने तक संवाद जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि राजद विधायक राजबल्लभ यादव और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के मामले की तुलना उपमुख्यमंत्री यादव से किया जाना उचित नहीं है। उपमुख्यमंत्री पर लगे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
 
वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन के घटक कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंदसिंह ने कहा कि महागठबंधन में बने गतिरोध को समाप्त करने की जरूरत है। घटक दल जदयू और राजद के शीर्ष नेताओं को तत्काल बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में समन्वय समिति बनाना बेहद जरूरी है। महागठबंधन में तालमेल की कमी दिखाई पड़ रही है। 
 
इस बीच, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री को बर्खास्त करने में महागठबंधन के नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देर कर रहे हैं। पहले मुख्यमंत्री कुमार को इस संबंध में फैसला लेना होगा और इसके बाद ही भाजपा अपने पत्ते खोलेगी। 
 
उल्लेखनीय है कि सीबीआई की ओर से उपमुख्यमंत्री यादव पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से मुख्य विपक्षी भाजपा लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। वहीं, सत्तारूढ़ महागठबंधन के बड़े घटक राजद विधानमंडल दल की बैठक कर उपमुख्यमंत्री के किसी भी हालत में इस्तीफा नहीं देने का निर्णय सुना चुका है। इस बीच, प्रमुख घटक जदयू बुधवार को विधानमंडल दल, जिलाध्यक्षों तथा विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों की बैठक कर यादव से जनता के बीच जाकर उन पर लगे आरोपों का तथ्यपरक जवाब देने की मांग कर चुका है। (वार्ता)

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