हैदराबाद। विश्व के सबसे समृद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी की देखरेख कर रहा तिरमला तिरुपति देवस्थानम अपना संपूर्ण 7.5 लाख टन सोना, स्वर्ण मौद्रिकरण योजना के तहत ला सकता है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल शुरू की थी।
मध्यम अवधि और दीर्घावधि में मूलधन का भुगतान सोने या नकदी में किया जाता है, जबकि ढाई प्रतिशत ब्याज का भुगतान केवल नकद में किया जाएगा। टीटीडी अधिकारी ने कहा कि उन्होंने सरकार से ब्याज का भुगतान सोने में करने का अनुरोध किया है। (भाषा)