सूत्रों ने बताया कि शवों को लाने के लिए सिंह के एक मालवाहक विमान से जल्द रवाना होने की उम्मीद है। गोबिन्दर सिंह के छोटे भाई दविंदर सिंह ने बताया, हमें एक निकट परिजन को सरकारी नौकरी सहित हर तरह की सहायता का भरोसा दिलाया गया है। 39 भारतीयों के शव यथाशीघ्र भारत लाए जाने की मांग पर मंत्री ने हमें हरसंभव कदम उठाने का भरोसा दिलाया।
उन्होंने बताया कि सुषमा के साथ मुलाकात करीब 45 मिनट चली। मृतकों के परिवार ने वित्तीय मदद और सरकारी नौकरी मांगी है क्योंकि उनके लिए आजीविका अर्जित करने वाले की मौत हो गई है। उन्होंने बताया, मंत्री ने हमसे कहा कि निकट परिजन को सरकारी नौकरी देने की संभावना पर एक फैसला करने के लिए वह उन चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलेंगी, जहां के ये लोग रहने वाले थे।
इराक में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों ने इससे पहले दिन में पंजाब कांग्रेस प्रमुख और पार्टी सांसद सुनील कुमार जाखड़ से नई दिल्ली में मुलाकात की। उन्होंने उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। गौरतलब है कि सुषमा ने राज्यसभा में कहा था कि करीब 40 भारतीयों को इराक के मोसुल से आईएसआईएस आतंकी संगठन ने अगवा कर लिया था लेकिन उनमें से एक खुद को बांग्लादेशी मुसलमान बताकर बच निकलने में कामयाब रहा। उन्होंने कहा था कि शेष 39 भारतीयों को बादूश ले जाया गया और उनकी हत्या कर दी गई। (भाषा)