अब कश्मीर में आतंकियों के निशाने पर बैंक

सुरेश एस डुग्गर
श्रीनगर। पैसे की तंगी झेल रहे तथाकथित हथियारबंद आतंकियों ने सोमवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां में एक बैंक अधिकारी से छह लाख रुपये की नकदी लूट ली। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। वैसे यह कोई पहला बैंक लूट का मामला नहीं है, बल्कि नोटबंदी के बाद यह सिलसिला इतना तेज हो चुका है कि बैंकों के अतिरिक्त आतंकियों द्वारा बैंकों की कैश वैनों तथा एटीएम को भी अच्छी खासी संख्या में लूट चुके हैं।


यहां मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू कश्मीर बैंक की शोपियां जिले के कापरन इलाके में स्थित शाखा के प्रबंधक आज अपने निजी वाहन में छह लाख रुपए की नकदी लेकर बैंक जा रहे थे। रास्ते में अचानक आतंकियों ने उनके वाहन को रोका और उन्होंने उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए सारी नकदी लूट ली। इसके बाद आतंकी वहां से फरार हो गए। बैंक अधिकारी ने आतंकियों के जाने के तुरंत बाद पुलिस को सूचित किया।

पुलिस ने मामला दर्ज कर, लुटेरों को पकडऩे के लिए एक अभियान चलाया है। ताजा बैंक लूट की घटना के बाद यह अब साफ हो गया है कि नोटबंदी के कारण आतंकी गुट सच में कड़की में हैं। उनका हुक्का पानी बंद होने के कगार पर है। नतीजतन उन्होंने अब बैंकों को लूटना आरंभ कर दिया है। पिछले एक साल में हुई बैंक, कैश वैन तथा एटीएम को लूटने की करीब दो दर्जन घटनाएं इसकी साक्षी हैं। इन घटनाओं में लूटे गए तीन करोड़ के करीब रुपए में अधिकतर 100, 500 तथा 2000 के नए नोट थे।

इन लूट की घटनाओं के बाद सारे राज्य में बैंकों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के साथ ही उन वाहनों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं जो बैंकों तथा एटीएम के लिए कैश लेकर जाते हैं। ऐसे निर्देश उन सूचनाओं के बाद आए हैं जिनमें कहा जा रहा है कि नोटबंदी के कारण हुई कड़की को दूर करने की खातिर आतंकी और बैंकों तथा कैश वाहनों को लूट सकते हैं। जानकारी के लिए 22 नवम्बर 2016 को जम्मू कश्मीर बैंक की किश्तवाड़ शाखा में कुछ अज्ञात लोगों ने 35 लाख रुपए से अधिक लूट लिए थे।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस घटना के बाद जिले के सरथल इलाके में हुई एक अन्य घटना में 14 लाख रुपए लूट लिए गए। पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा चुकी है। इससे पहले 21 नवम्बर 2016 को भी एक बैंक में चार नकाबपोश बंदूकधारी घुस आए और 12.50 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए थे। इस रकम में ज्यादातर 500 और 1000 रुपए के नोट थे, जो अब बंद हो चुके हैं।

लूट की यह वारदात श्रीनगर से करीब 100 किलोमीटर दूर मालपोरा में राज्य सरकार द्वारा संचालित जम्मू-कश्मीर बैंक की एक शाखा में हुई थी। गौरतलब है कि दोपहर में मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के चरारे शरीफ क्षेत्र के मालपेरा में स्थित जम्मू-कश्मीर बैंक की शाखा में सुरक्षाबलों की वर्दी में चार लोग घुस आए और बैंक से 12.50 लाख रुपए लूट कर ले गए थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस घटना में आतंकियों का हाथ हो सकता है।

लूटे गए 13 लाख में से 11 लाख रुपए 500 और 1000 के नोट में थे, जो प्रचलन से बाहर किए जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के दौरान कहा था कि वह टैक्स चोरी, भ्रष्टाचार और जालसाजी के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ने जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा था कि आतंकियों को होने वाली फंडिंग में नकली नोटों का इस्तेमाल होता है। नोटबंदी से आतंकियों को मिलने वाले फंड पर भी करारी मार पड़ेगी।

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