ड्राइवर ने कहा कि मुझे कंधे और पैर में गोली लगी थी। गोली लगने के बाद मेरा दिमाग सुन्न हो गया था, लेकिन हालत की गंभीरता को समझते हुए मैंने किसी तरह हिम्मत जुटाई और बस को लगभग पांच किलोमीटर तक पूरी गति से भगाया। बाद में हमें सेना की गाड़ी मिली और सैनिकों ने आतंकियों का पीछा किया मगर तब तक वे फरार हो गए।