ताबड़तोड़ हमलों ने हाईअलर्ट की उड़ाईं धज्जियां

जम्मू। कश्मीर में मंगलवार को जब चार घंटों में सात आतंकवादी हमले हुए थे तो उससे करीब 24 घंटे पहले ही राज्यभर में आतंकी हमलों की संभावना को लेकर हाईअलर्ट जारी किया गया था। अलर्ट के बावजूद आतंकी हमले कहीं न कहीं सुरक्षाधिकारियों के उन दावों की पोल खोलने के लिए काफी हैं, जो कहते थे कि आतंकी तो क्या परिंदा भी पर नहीं मार सकता। 
 
इन हमलों ने 29 जून को शुरु होने जा रही अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए किए जा रहे सुरक्षा प्रबंधों की भी पोल खोली है। इन हमलों के बाद पूरी वादी में विशेषकर दक्षिण कश्मीर में और श्रीनगर, बीजबिहाड़ा, अनंतनाग, जवाहर सुरंग सड़क के अलावा श्रीनगर-गांदरबल और श्रीनगर-बेमिना बाईपास पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिक बलों के अस्थायी नाके व चौकियां स्थापित कर दी गई हैं। संदिग्ध तत्वों की धरपकड़ के लिए विभिन्न इलाकों में तलाशी ली जा रही है। सभी सुरक्षा शिविरों और पुलिस प्रतिष्ठानों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
 
पिछले महीने कश्मीर में 17 आतंकियों को मार गिराने के बाद सुरक्षाबलों ने लगातार दावे किए थे कि उन्होंने आने वाले दिनों पर मंडरा रहे आतंकी खतरे को खत्म कर दिया है। नौगाम में मारे गए 8 घुसपैठियों की मौत के बाद भी यह दावा किया गया था कि सेना ने 8 मानव बमों को मार गिराया है। इन दावों के बावजूद हुए आतंकी हमलों से आम नागरिक दहशत में है। हालांकि इन हमलों का असर अमरनाथ यात्रा पर कितना होगा यह तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा।
 
सात हमले : कब और कहां हुए... 
दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के त्राल में आतंकियों ने लाडीयार गांव में सीआरपीएफ की 180वीं वाहिनी की एफ कंपनी के शिविर पर ग्रेनेड दागा, जिसमें नौ जवान जख्मी हो गए।
 
आतंकियों ने पडगामपोरा (पुलवामा) में सीआरपीएफ की 130वीं वाहिनी के शिविर पर ग्रेनेड हमला किया, जिसमें कोई नुकसान नहीं हुआ।
 
आतंकियों ने पुलवामा पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड दागा, जो थाने की बाहरी दीवार के साथ टकराकर फटा। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके सुरक्षाबलों की ओर से चलाए गए अभियान के दौरान शरारती तत्वों ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया।
 
दक्षिण कश्मीर के जिला अनंतनाग के सरनल (पहलगाम) में भी आतंकियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर ग्रेनेड हमला किया। इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ।
 
आतंकियों ने आंचीडूरा (अनंतनाग) में जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मुजफ्फर हुसैन अत्तर के मकान पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया, जिसमें कांस्टेबल मुहम्मद शफी व एसपीओ बिलाल अहमद घायल हो गए। आतंकी पुलिसकर्मियों की चार राइफलें भी लूट ले गए। हमले के समय मुजफ्फर हुसैन घर पर नहीं थे। सूत्रों के अनुसार वहां तैनात चार में से दो सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे। उन दोनों को निलंबित कर दिया गया है। जिस जगह यह मकान है उसी रास्ते से 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा भी गुजरेगी।
 
आतंकियों ने पजलपोरा (सोपोर) स्थित सेना की 22 आरआर के शिविर पर स्वचालित हथियारों से फायरिंग की। गेट पर तैनात जवानों ने त्वरित जवाबी कार्रवाई कर आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बना दिया। जवाबी फायरिंग होते ही आतंकी अंधेरे में भाग निकले। उत्तरी कश्मीर के डीआईजी नीतीश कुमार ने कहा कि आतंकियों ने यहां यूबीजीएल से ग्रेनेड हमला किया।
 
त्राल के लुरगाम क्षेत्र में आतंकियों ने सेना की 42 आरआर के शिविर पर यूबीएल से ग्रेनेड हमला किया, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ।

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