Weather Update: मौसम (Weather) के बदलते रुख को देखते हुए नवंबर माह में भी अधिक ठंड के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम संपूर्ण भारत में एक बार फिर करवट लेने वाला है। एक तरफ जहां लोग ठंड का इंतजार कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ मौसम ठीक उलट चल रहा है। कुछ राज्यों में बारिश (rain) होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ऐलान किया है कि नवंबर महीने में देश के कई हिस्सों में दिन और रात के वक्त तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। आईएमडी का यह पूर्वानुमान उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों के लिए है। आईएमडी ने यह भी कहा कि नवंबर में देश के अधिकांश राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।
वैसे देश के ज्यादातर राज्यों में फिलहाल मौसम शुष्क बना हुआ है वहीं दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार 3 नवंबर से तमिलनाडु, केरल, माहे और आंतरिक दक्षिण कर्नाटक में बारिश का नया दौर 5 नवंबर तक जारी रहेगा। आज के मौसम की बात करें तो तटीय आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंध्रप्रदेश में हल्की छिटपुट बारिश संभव है। दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में रहेगा। एक ताजा हल्का पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है जिससे कुछ समय के लिए पहाड़ों का मौसम का रुख बदलने वाला है। इसके चलते 2 दिनों तक मौसम एक जैसा रहेगा और इसके आगमन होने के कुछ देर बाद बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। हालांकि 3 या 4 नवंबर के बाद मौसम फिर सामान्य हो जाएगा।
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर पर है। एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर है और समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किलोमीटर ऊपर उत्तरी कोंकण और गुजरात तट के पास बना हुआ है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज गुरुवार को तटीय आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंध्रप्रदेश में हल्की छिटपुट बारिश संभव है। दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में रहेगा।