मुखपत्र में असम और नॉर्थ ईस्ट में मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या का जिक्र करते हुए लिखा कि हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में भी मुसलमानों की जनसंख्या बढ़ रही है, ये हिन्दू राष्ट्र पर कब्जा करना चाहते हैं।
सामना में लिखा कि अगर मुसलमान खुद को भारतीय मानते हैं तो वे देश के कानून की पालन करें जो कि परिवार नियोजन है। समय आ गया है जब प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर स्वयं मुसलमानों से बात करें। उल्लेखनीय है कि हाल में महाराष्ट्र सरकार द्वारा मदरसों को स्कूल कैटेगिरी से बाहर करने का भी शिवसेना ने समर्थन किया था। (एजेंसियां)