आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस समूह के चार स्थानों के लिए इंडोनेशिया, कतर, बांग्लादेश तथा थाईलैड थे। भारत का कार्यकाल 2015-2017 तक होगा। आधिकारिक सूत्रों ने इस विजय को अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की साख का प्रतीक बताया है। परिषद के कुल 47 सदस्य देश हैं तथा इसके एशिया प्रशांत समूह में 13 सदस्य देश हैं, जिनमें चीन व पाकिस्तान भी शामिल हैं, जिनका कार्यकाल क्रमशः 2016 तथा 2015 में समाप्त हो रहा है।
यहा संयुक्त राष्ट्र स्थित भारत के स्थायी मिशन के अनुसार मानवाधिकारों के संरक्षण तथा उनका प्रोत्साहन भारत की घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय नीतियों में अंतर्निहित है। वह संयुक्त राष्ट्र मानवधिकार प्रणाली का प्रबल समर्थक रहा है तथा इनके लिए वचनबद्ध है तथा संयुक्त राष्ट्र मानवधिकार परिषद को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहा है और इस बारे मे आगे भी कार्य करता रहेगा।