कुमार ने बताया कि पिछले अप्रैल में एक आतंकी समूह पकड़ा गया था। जैद उसका प्रमुख ‘आइडियोलॉग’ (प्रणेता) था। पकड़े गए लोगों में उमर उर्फ नाजिम, गाजीबाबा उर्फ मुजम्मिल, मुफ्ती उर्फ फैजान तथा जखवान उर्फ एहतेशाम शामिल थे। वे लोग सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर युवाओं को आईएसआईएस तथा अन्य कट्टरपंथी संगठनों की विचारधारा से प्रेरित करने की मंशा रखते थे। इन लोगों के खिलाफ लखनऊ एटीएस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए उन संदिग्ध आतंकवादियों के मोबाइल फोन जांचने से पता लगा था कि जैद ने आईएसआईएस तथा अन्य कट्टरपंथी विचारधारा से सम्बन्धित और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों से जुड़े संदेश भेजे थे। अभी विवेचना की जाएगी। अभी हमारे आकलन का आधार केवल व्हाट्सएप ग्रुप पर की गयी गतिविधियां हैं। रिमांड पर लेने के बाद उनकी तस्दीक की जाएगी।
कुमार ने बताया कि एटीएस अबू जैद को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। यहां उसकी पेशी करने के बाद पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। वह किन-किन वारदात में लिप्त था और किन-किन लोगों को उसने कट्टरपंथी विचारों से ओत-प्रोत किया है, इसकी जानकारी पूछताछ में हासिल की जाएगी। (भाषा)