इस हमले के बाद देश भर में आक्रोश का माहौल है और प्रधानमंत्री से लेकर रक्षा मंत्री तक ने कहा है कि सरकार जनभावना का सम्मान करती है और उसके अनुरूप कार्रवाई करेगी। हमले के बाद सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ भी बैठक की है और उन्होंने जवाबी कार्रवाई के लिए हुई कई रणनीतिक बैठकों में भी हिस्सा लिया है।
सूत्रों ने कहा कि इस तरह की स्थिति में कार्रवाई के लिए अलग-अलग स्तर की तैयारियां करनी पड़ती हैं और इन्हें जरूरत के हिसाब से बदला जाता है। सेना ने विभिन्न तरह के आपरेशन के लिए जरूरतों के हिसाब से तैनाती तथा अदला-बदली की है और इसके लिए सैनिकों तथा हथियारों को भी ऑपरेशन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर ले जाया गया है।
आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में मोदी ने रविवार को कहा, 'हमें सेना पर पर नाज और पूरा भरोसा है। हम लोग बोलते हैं,लेकिन सेना बोलती नहीं है। वह पराक्रम करती है और अपने पराक्रम से हर साज़िश को नाकाम करेगी।' (वार्ता)