भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान घोषित परियोजनाओं और परिवर्तनकारी पहलों से न केवल दोनों देशों को बल्कि दुनिया को भी फायदा होगा। गार्सेटी ने कहा कि भारत और अमेरिका के पास हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि हमारे पास असीमित अवसरों का भविष्य है।
उन्होंने दुनिया के दो प्रमुख लोकतंत्रों के एक साथ काम करने के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा, हम जोर-जबरदस्ती के खिलाफ एक साथ खड़े हो सकते हैं, हम शांति के लिए एक साथ खड़े हो सकते हैं। राजदूत ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत-अमेरिका साझेदारी के विस्तार की अहमियत को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत और अमेरिका अपने सपनों को उड़ान दें तथा उन्हें हकीकत में बदलने की दिशा में काम करें। गार्सेटी ने कहा, हम भारत-अमेरिका संबंधों की वास्तविक क्षमताओं का दोहन करने जा रहे हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)