एक तरफ कश्मीरी वकील दीपिका सिंह राजावत द्वारा नवरात्रि को लेकर किए गए फोटो ट्वीट के बाद उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए वकील विभोर आनंद को रिहा करने की मांग चल रही है।
विभोर आनंद पर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के को लेकर सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने का आरोप है।
एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली निवासी वकील पर सुशांत राजपूत और टेलेंट मैनेजर दिशा सालियान की मौत के पीछे साजिश होने जैसी झूठी थ्योरियां पेश करने का आरोप है। उन्होंने बताया कि मुंबई पुलिस अपराध शाखा के साइबर सेल ने वकील विभोर आनंद को गुरुवार सुबह उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया है।
इस सिलसिले में अगस्त में दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, आनंद यूट्यूब पर महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक बयानों व आरोपों वाले वीडियो पोस्ट कर रहे थे। इन वीडियो में आनंद ने ठाकरे का संबंध सुशांत और दिशा की मौत से जोड़ा है।
विभोर आनंद सुशांत सिंह मौत के मामले में लगातार ट्वीट कर रहे थे। वे अपना एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं। उनके काफी फैन्स हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर उन्हें रिहा कराने के लिए मुहिम चलाई जा रही है।
ट्विटर पर हैशटैग रिलिज विभोर आनंद ट्रैंड कर रहा है। इसमें उनके हजारों लोग उनका समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुंबई पुलिस ने तो सुशांत की मौत में कोई जांच नहीं की, ऐसे में जो लोग सुशांत की मौत का सच बता रहे हैं उन्हें भी टारगेट किया जा रहा है।
बता दें कि हाल ही में मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी को भी नोटिस भेजा था, इसके बाद इस चैनल के रिपोर्टर प्रदीप भंडारी को मुंबई पुलिस ने हाल ही में हिरासत में लिया था। ऐसे में मुंबई पुलिस पर बदले की कार्रवाई के आरोप लग रहे हैं।