नई दिल्ली। सही ढंग से मतदान कराने की तमाम कवायद के बावजूद उपराष्ट्रपति चुनाव में 11 वोट अवैध पाए गए। सत्तापक्ष ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपराष्ट्रपति चुनाव में कोई वोट अवैध ना घोषित होने पाए, अपने सांसदों को कल मतदान का अभ्यास कराया था।
राष्ट्रपति पद के लिए 17 जुलाई को हुए चुनाव में 77 वोट अवैध पाए जाने के बाद सत्तापक्ष ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपराष्ट्रपति चुनाव में कोई वोट अवैध ना घोषित होने पाए, अपने सांसदों को कल मतदान का अभ्यास कराया था। विपक्ष ने भी अपने सांसदों से सही ढंग से मतदान करने को कहा था।
इस सबके बावजूद उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 785 मतों में 771 ने वोट डाले गए जिनमें से 11 मत अवैध पाए गए। उपराष्ट्रपति के चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सदस्य ही मतदान करते हैं जबकि राष्ट्रपति के चुनाव में सांसद और सभी विधानसभाओं के सदस्य वोट डालते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में अवैध पाए गए 77 वोटों में से 21 सांसदों के थे। (वार्ता)