राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश के 24 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
पश्चिमी तटीय इलाकों में मानसून कमजोर पड़ने की संभावना
भारी बारिश से बेहाल महाराष्ट्र और गोवा को मिल सकती है राहत
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि देश के पश्चिमी तटीय इलाकों में मानसून के कमजोर पड़ने की संभावना है। इससे भारी बारिश से बेहाल महाराष्ट्र और गोवा को आने वाले दिनों में इससे राहत मिलने की उम्मीद है। आईएमडी ने हालांकि मध्य प्रदेश के 24 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इस बीच, देश के उत्तरी हिस्सों में दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में तापमान सामान्य के आस-पास ही रहा, जबकि उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में दिन में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग ने दिल्ली में रविवार को हल्की बारिश अथवा बूंदाबांदी के साथ आसमान में बादल छाए रहने की संभावना जताई है। जबकि 26 जुलाई के लिए दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान में भी कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई और राज्य के पूर्वी हिस्से में 27 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है। जयपुर स्थित मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि झालावाड़ के पिरावा में पिछले 24 घंटे की अवधि में 21 सेंटीमीटर रिकॉर्ड अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई। पीपलदा (कोटा) और मलसीसर (झुंझुनू) में समान अवधि के दौरान आठ-आठ सेमी बारिश हुई।
इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना : आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि 25 जुलाई से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि बढ़ जाएगी। विभाग ने कहा कि 25-28 जुलाई के दौरान उत्तराखंड में कहीं-कहीं भारी से अत्यधिक भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि 26-28 जुलाई के दौरान हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भारी बारिश होने की उम्मीद है जबकि 27 और 28 जुलाई को पंजाब और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। 27 और 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश की संभावना है।
आईएमडी के मुताबिक गुजरात में 27 जुलाई तक मानसून काफी सक्रिय रहने वाला है, जिसके परिणामस्वरूप कई इलाकों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है जबकि राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है।
मध्यप्रदेश में ऑरेंज अलर्ट : आईएमडी के मुताबिक मध्य प्रदेश के जबलपुर, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमराई, डिंडोरी, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, विदिशा, सीहोर,राजगढ़, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, देवास, आगर मालवा, अशोक नगर और शिवपुरी जिले में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ का कहर : महाराष्ट्र में, 1,35,313 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिसमें सांगली जिले में 78,111 और कोल्हापुर जिले में 40,882 लोग शामिल हैं। सांगली में कृष्णा नदी और कोल्हापुर में पंचगंगा नदी में बाढ़ आ गई है। रायगढ़ जिले के तलाई गांव में हुए भूस्खलन की जगह से अब तक 41 शव बरामद किए गए हैं। कुछ लोग अभी भी लापता हैं।
कर्नाटक में निचले इलाकों से 31,360 लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि 22,417 लोग 237 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 45 तालुकों के 283 गांवों में बारिश हुई है, जिससे 36,498 की आबादी प्रभावित हुई है।